सरस भारत का एक जाना माना ब्रांड है भारत में सरस एक सहकारी संघ है। यह कैसे दूध का उत्पादन करता है और लोगों तक कैसे दुध पहुंचाती है इसकी शुद्धता की क्या गारंटी है इसके बारे में हम आगे बात करेंगे पहले हम इस कंपनी के इतिहास के बारे में जान लेते हैं। यह कंपनी 1975 में भारत के लोगों के लिए दूध की आपूर्ति प्रधान करने के लिए सरस कंपनी स्थापना की गई थी। इसको जयपुर जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड जयपुर का नाम दिया गया। यह सरकारी अधिनियम 1965 के तहत काम करने के लिए अधिकृत है तथा इसे जयपुर दूध डेयरी के नाम से जाना जाने लगा। आज जयपुर दूध डेयरी के नाम से सरस दूध का उत्पादक होता है।
लेकिन जयपुर दूध डेयरी को सरस ब्रांड नाम से उल्लेखित किया गया है इसके जयपुर दूध डेयरी के किसी भी ब्रांड को सरस नाम से बेचा जाता है और सरस नाम से ही इसकी दूध उत्पादकताओं से खरीद की जाती है। सरस दूध की स्थापना 250 लीटर दूध की खपत के साथ शुरू की गई थी इसके बाद 1981 में जयपुर दुग्ध उत्पादन प्लांट चालू किया गया। लोगों के लिए दूध की पूर्ति पूरी करने के लिए सरस दूध उत्पादक समिति को लोगों की दूध पूर्ति पूरी करने के लिए तथा हर गांव हर शहर में पहुंचाने के लिए सहकारी दुग्ध समिति का गठन किया गया जिसके तहत लोगों को गांव और शहरों में दूध का वितरण किया जाने लगा तथा इसके साथ साथ जिस जगह दूध का उत्पादन ज्यादा होता है वहां के लोगों से दूध की खरीद का कार्य भी सरस सहकारी दुग्ध उत्पादन समिति द्वारा किया जाता है। इस तरह से यह लोगों की पहुंच तक पहुंचा है और लोगों की पसंद बना हुआ है।
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क्या सरस का दूध सेहत के लिए अच्छा है और कौन सा दूध असली होता है?
यहां हम सरस दूध की बात कर रहे हैं तो हम सरस दूध के बारे में ही बताएंगे वैसे तो गाय और भैंस का दूध स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बताया गया है शोधकर्ताओं ने गाय और भैंस के दूध को विटामिन ए बी डी ई सहित मैग्नीशियम आयोडीन कैल्शियम प्रोटीन में पूर्ण पाया है इस कारण से यह सभी लोगों के लिए शक्तिवर्धक होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी है इसी बीच सरकार ने लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए और लोगों की दुध की मांग को देखते हुए लोगों के लिए सहकारी दुग्ध समिति जयपुर का गठन किया था तथा इसे उच्च गुणवत्ता और स्वास्थ्य को देखते हुए आधुनिक मशीनरी करण द्वारा शुद्ध दूध को पैकिंग किया जाता है। अब हम आपको बताते हैं कि अगर आप शुद्धता की बात करते हैं तो हमने आपको बताया है कि दूध का उत्पादक सरस दूध ग्रामीणों द्वारा खरीद करता है। यानी के ग्रामीणों के पास जो दूध होता है उसी की खरीद करता है और उसको आधुनिक मशीन द्वारा चेक किया जाता है शुद्ध असली है या नकली शुद्ध दूध को खरीदा जाता है उसमें फैट की मात्रा को देखा जाता है जिस दूध में जितना फैट होता है उस दूध का मूल्य किसानों को दिया जाता है फैट के अनुसार दूध की खरीद होते हैं और फैट के अनुसार ही दूध मार्केट में बेचा जाता है जितना पेट जिस दूध में होता है उसी मूल्य पर उस दूध की पैकिंग को बेचा जाता है अब आप शुद्धता का अनुमान लगा सकते हैं इसमें जयपुर दूध डेरी किसी प्रकार की कोई मिलावटी या कोई केमिकल नहीं डालती है यह पूर्ण रूप से शुद्ध दूध होता है इसको फटने से बचाने के लिए इसमें कुछ स्वास्थ्य वर्धक मिनिरल डाले जाते हैं जिससे यह दूध कुछ समय के लिए फट ना सके।
इसके लिए सरस दूध डेयरी ने अपने सभी संभाग जिला संभाग के अंदर सहकारी दुग्ध संघ लिमिटेड का गठन किया है जो कि आसपास के गांव जहां पर दूध उत्पादक होता है वहां से दूध की खरीद करती है इसके लिए सरस संघ अपनी गाड़ियां गांव तक भेजता है और ग्रामीणों से दूध खरीद कर डेरी प्लांट तक लाया जाता है। इसके टैंकर आप कहीं भी आते जाते देख सकते हैं जिन पर सरस लिखा हुआ रहता है ट्रेन द्वारा भी एक दूसरे राज्य से दूध की खरीद की जाती है इसके लिए भारतीय रेलवे द्वारा एक मालगाड़ी की व्यवस्था की गई है।यह आसपास के ग्रामीण इलाकों से उत्तम क्वालिटी का दूध खरीदता है तथा उसको आधुनिक मशीन द्वारा पैकिंग कर लोगों तक पहुंचाया जाता है इसमें शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है इस तरह से सरस दूध का उत्पादक किया जाता है। और यह पूर्ण रूप से शुद्ध दूध है आप इसका उपयोग बेझिझक होकर कर सकते हैं यह जानकारी कैसी लगी हमें जरूर बताएं। सरस दूध रेट लिस्ट 2023 सरस विस्तार रेट लिस्ट
सरस मिल्क डेयरी की आधिकारिक वेबसाइट पर देखे।
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